Banda Milney Ko Qareeb e Hazrate Aadir Gya - बन्दा मिलने को क़रीबे हज़रते क़ादिर गया Naat Lyrics
बन्दा मिलने को क़रीबे हज़रते कादिर गया
लम्अए बातिन में गुमने जल्वए ज़ाहिर गया
तेरी मरज़ी पा गया सूरज फिरा उलटे क़दम
तेरी उंगली उठ गई मह का कलेजा चिर गया
बढ़ चली तेरी जिया अन्धेर आलम से घटा
खुल गया गेसू तेरा रहमत का बादल घिर गया
बंध गई तेरी हवा सावह में खाक उड़ने लगी
बढ़ चली तेरी ज़िया आतश पे पानी फिर गया
Banda Milney Ko Qareeb e Hazrate Aadir Gya Naat Lyrics
तेरी रहमत से सफ़य्युल्लाह ' का बेड़ा पार था
तेरे सदक़े से नजिय्युल्लाह का बजरा तिर गया
तेरी आमद थी कि बैतुल्लाह मुजरे को झुका
तेरी हैबत थी कि हर बुत थर - थरा कर गिर गया
मोमिन उन का क्या हुवा अल्लाह उस का हो गया
काफ़िर उन से क्या फिरा अल्लाह ही से फिर गया
वोह कि उस दर का हुवा खल्के खुदा उस की हुई
वोह कि उस दर से फिरा अल्लाह उस से फिर गया
Banda Milney Ko Qareeb e Hazrate Aadir Gya Naat Lyrics
मुझ को दीवाना बताते हो मैं वोह हुशियार हूं
पाउं जब तौफ़े हरम में थक गए सर फिर गया
रहूमतुल्लिल आ - लमीं आफ़त में हूं कैसी करूं
मेरे मौला मैं तो इस दिल से बला में घिर गया
मैं तेरे हाथों के सदक़े कैसी कंकरियां थीं वोह
जिन से इतने काफ़िरों का दफ़अतन मुंह फिर गया
क्यूं जनाबे बू हुरैरा था वोह कैसा जामे शीर बू
जिस से सत्तर साहिबों का दूध से मुंह फिर गया
वासिता प्यारे का ऐसा हो कि जो सुन्नी मरे
यूं न फ़रमाएं तेरे शाहिद कि वोह फ़ाजिर गया
अर्श पर धूमें मचें वोह मोमिने सालेहु मिला
फ़र्श से मातम उठे वोह तय्यबो ताहिर गया
अल्लाह अल्लाह येह उलुव्वे खासे अब्दिय्यत रज़ा
बन्दा मिलने को क़रीबे हज़रते कादिर गया
ठोकरें खाते फिरोगे उन के दर पर पड़ रहो
क़ाफ़िला तो ऐ रज़ा अव्वल गया आख़िर गया
Banda Milney Ko Qareeb e Hazrate Aadir Gya Naat Lyrics
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